रतिया मा देखेंन एगो सपनवा
💐 राजौली मेरा गाँव 💐
ललजीयाइन
अम्मा तुमका ललजीयाइन
गरियावती रही
उसरवा मा निकलेन हम गुमै
भैंसीया के लंगड़वा का ढुढै
रस्ता मा
सामने मोरे
बिलरिवा एक दूसरे का गुरै
उई आपस मा पंजा लडाउति रही
अम्मा तुमका ललजीयाइन
गरियावती रही
फिर ,
आगे हम जाय लागेन
फिल्मी गाना गाए लगेन
टाफियां निकाली के खाये लगेन
कुछ टाफियां हमरी जेबवा से गिरी गयी
आगे हमका ललजीयाइन मिली गयीं
हूं
हला ..
कहीन
सूनु संदीपवा हमरी बतिया
ख्यात मा आये यह कहिके पड़िया
जेहिका रंग है बिलकुल करिया
खेदिया तईं
चांदे के तलिया
आगे
पुरवा की बिटीवा
भेंडीया के
लैरवा खेलौती रही
अम्मा तुमका ललजियाइन गरियावती रही
खेदि के जब हम पाडिया आयेन
बहुतै तेज पियासे भैन
नलवा मा जाय के पानी पीया
तब राहत की सांसे लीया
हूं
हला .....
उई
मेड़वा मा बइठे पल्ली की
बोरिया बनउति रही
अम्मा तुमका ललजीयाइन
गरियावती रही
हूं हला
अम्मा उई..
हमाय न रहे पर
बप्पा के साथ जउन भा,
वाहै घटना सुनावै लागी
बीती बतिया बतावै लगी
सहानुभूति जातावै लागी
उनकी बतिया द्धयान से सुनैंन
का सही का गलत मनमा गुनैन
अरझीगा ज़
वहिका
अच्छे से सरियावति रही
अम्मा ललजीयाइन
तुमका गरियावती रही
हूं हला
जाउन भा तउन भा
बच्चा वाहिपा द्धयान न दीयौ
हिली मिली के जिंदगी जियौ
कउनौ प्रकार का टेंशन न लियौ,
बात बिलकुल ठीकै कहिराहीउ
अच्छी हमका सीख दई रहीउ,
लेकिन
मन के कसक यह जाइ कइसे
का बीती हम पर बताई कइसे
दिल मा दाग लगा हम कैसे धोइ
शुरू उई करिन
खतमौ वहिन पे होई
जा मरू जाय
यह कहिकै
डब्बा हास् मुहवा फुलौती रही
अम्मा.........
तोहार अम्मा ढाकती जैसे बैलू
अरि हला
पहिले यह बकरा का माँरू
बच्चा ई नाठरै
खोली के छेगडी
हियै लौती
मंदिरवा मा बइठे
भतरवांन से गप्पै लाढ़ौती
बिटिवन के प्रति
बढ़ बढ़ौती रही
अम्मा,.....
बच्चा,
घर मा
समझदार हो तुम
छोटके लाइकवन के सलाह कार हो तुम
उल्टा सीधा अबना सोच्यो
नहीं तो जउन होई तुम सब भोग्यो
यहै सब समझौती रही
सुनो हमरी
हाउ हव अम्मा
तुमका....
हूं हला
कौउने के आय रे
😂
ललजीयाइन
अम्मा तुमका ललजीयाइन
गरियावती रही
उसरवा मा निकलेन हम गुमै
भैंसीया के लंगड़वा का ढुढै
रस्ता मा
सामने मोरे
बिलरिवा एक दूसरे का गुरै
उई आपस मा पंजा लडाउति रही
अम्मा तुमका ललजीयाइन
गरियावती रही
फिर ,
आगे हम जाय लागेन
फिल्मी गाना गाए लगेन
टाफियां निकाली के खाये लगेन
कुछ टाफियां हमरी जेबवा से गिरी गयी
आगे हमका ललजीयाइन मिली गयीं
हूं
हला ..
कहीन
सूनु संदीपवा हमरी बतिया
ख्यात मा आये यह कहिके पड़िया
जेहिका रंग है बिलकुल करिया
खेदिया तईं
चांदे के तलिया
आगे
पुरवा की बिटीवा
भेंडीया के
लैरवा खेलौती रही
अम्मा तुमका ललजियाइन गरियावती रही
खेदि के जब हम पाडिया आयेन
बहुतै तेज पियासे भैन
नलवा मा जाय के पानी पीया
तब राहत की सांसे लीया
हूं
हला .....
उई
मेड़वा मा बइठे पल्ली की
बोरिया बनउति रही
अम्मा तुमका ललजीयाइन
गरियावती रही
हूं हला
अम्मा उई..
हमाय न रहे पर
बप्पा के साथ जउन भा,
वाहै घटना सुनावै लागी
बीती बतिया बतावै लगी
सहानुभूति जातावै लागी
उनकी बतिया द्धयान से सुनैंन
का सही का गलत मनमा गुनैन
अरझीगा ज़
वहिका
अच्छे से सरियावति रही
अम्मा ललजीयाइन
तुमका गरियावती रही
हूं हला
जाउन भा तउन भा
बच्चा वाहिपा द्धयान न दीयौ
हिली मिली के जिंदगी जियौ
कउनौ प्रकार का टेंशन न लियौ,
बात बिलकुल ठीकै कहिराहीउ
अच्छी हमका सीख दई रहीउ,
लेकिन
मन के कसक यह जाइ कइसे
का बीती हम पर बताई कइसे
दिल मा दाग लगा हम कैसे धोइ
शुरू उई करिन
खतमौ वहिन पे होई
जा मरू जाय
यह कहिकै
डब्बा हास् मुहवा फुलौती रही
अम्मा.........
तोहार अम्मा ढाकती जैसे बैलू
अरि हला
पहिले यह बकरा का माँरू
बच्चा ई नाठरै
खोली के छेगडी
हियै लौती
मंदिरवा मा बइठे
भतरवांन से गप्पै लाढ़ौती
बिटिवन के प्रति
बढ़ बढ़ौती रही
अम्मा,.....
बच्चा,
घर मा
समझदार हो तुम
छोटके लाइकवन के सलाह कार हो तुम
उल्टा सीधा अबना सोच्यो
नहीं तो जउन होई तुम सब भोग्यो
यहै सब समझौती रही
सुनो हमरी
हाउ हव अम्मा
तुमका....
हूं हला
कौउने के आय रे
😂
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