सुभाष चंद्र बोस


बधाई बधाई आप सभी को हार्दिक बधाई 
 देता हूं आजादी का दिलों जां से बधाई 
बधाई बधाई आप सभी को आजादी की बधाई

आज मुझे नेता जी सुभाष चंद्र बोस की याद आई 
बधाई बधाई आप सभी को आजादी की बधाई 


1940 में बोस हुवे कोलकाता में जेल के अंदर
सोंचे! बाहर निकलकर गोरों को बनाना है बंदर

1941को भेष बदलकर जर्मन पहुंचकर,
 जलाई आजादी की एक नई चिंगारी
बधाई बधाई आप सभी को आजादी की बधाई


1942 में बोस ने हिटलर से की मुलाकात
मिलें समर्थन INA और अन्य धुरी राष्ट्रों का,
दिखाना है फिरंगियों को उनकी औकात


इधर! 1942 में गांधी ने भारत छोड़ो आंदोलन का प्रारंभ किया
करो या मरो भारतीयों को नया नारा दिया 


आंदोलन में कर रहे थे उत्पन्न कुछ लोग अवरोध 
जिन्ना और सावरकर कर रहे थे इसका विरोध


आजाद हिंद रेडियो के माध्यम से बोस ने कहा,
 गांधी जी का करो सब सहयोग
बनेगा तभी हमारा और इनका अच्छा योग

राष्ट्र के पिता  हैं ये  महात्मा   गांधी 
लड़ेंगे गोरों से चाहें आए तुफां या आंधी 


सिंगापुर में दिल्ली चलो नारे से हुई जबरजस्त तैयारी
बधाई बधाई आप सभी को आजादी की बधाई 


आजाद हिंद फौज सबको खूब भायी 
अंडबार निकोबार द्वीप समूह में फौज आयी 


30 दिसम्बर 1943 को बोस,
 ने पोर्टब्लेयर में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया 
कराएंगे भारत को आजाद दुनियां को ये बताया

 14 अप्रैल 1944 को आजाद हिन्द फ़ौज ने ,
फहराया अपना झंडा मणिपुर जीतकर 
आगे बढ़े गोरों की सेना को चीरकर 


मई के महीने में बारिश का मौसम जल्दी आया
बोस की सोच में  पानी फिर  गया 

खाने पीने को  मिला नही रह गए भूंखे और थंके 
आजाद हिंद के फौजियों ने बारिश और कीचड़ में लड़ न सके


जापान को धन्यवाद कहने के लिए बोस ,टोक्यो को हुवे रवाना
जहाज के क्रैश होने के चलते ,
18 अगस्त1945 को ताइवान ताईहोकू में पड़ा उन्हें अपनी जान गवाना


ऐसे स्वतंत्रता सेनानी को करता हूं मैं नमन
इनके चलते देश मैं गई शांति और अमन

भूल रहे इनके बलिदानों को ,जिनके बदौलत
खा रहे घर में मलाई 
बधाई बधाई आप सभी को आजादी की बधाई 

       ✍️✍️ संदीप कुमार✍️✍️
             (रजौली,रायबरेली)

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