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मार्च, 2020 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

गोरी घूमै ना जायेव

गोरी घूमै ना जायेव तरि हरवा मा गोरी घूमै  ऊसरवा मा हुवा तलवा मा, पेंड़की दिखत हैं मेंढकीं दिखत  अउ घोंघटी दिखत हैं नमक ना खियायेव गोरी जोंकवा का गोरी घूमै ना ....... गोरी गुमै ना....... उसरवा मा नीचे ऊसर संडवा दिखत हैं चींटा1 दिखत  अउ माटा दिखत हैं उंगली ना दिखायेव गोरी खँन खँजुरवा का. गोरी गुमै ना.............. गोरी गुमै ना.............. हुवा बरसतवा मा ग्वाजर दिखत हैं केचुवां दिखत अउ बीच्छिवा दिखत हैं मारेयो ना डन्डा गोरी साँपवा का गौरी घूमै ना............ गोरी घूमै ना ...........

कल्लू से मजा ल्यावा जाय

👨‍❤️‍👨  चलो रे लड़िकवव कल्लू  से मजा ल्यावा जाय सँगै अपने गप्पहवा का लियावा जाय चलो रे लड़िकवव कल्लू से मजा ल्यावा जाय चक्की मा!, खटिया मा बइठे,रज्जाईया की रूइया का नोचत का करेन जवानी मा यहै सब सोंचत अगर पहिले हम समयवा का नाशी न करे होईत आजु भूतन की तरह चक्कीवा मा पड़े न होईत होत हमाय लड़िका अउ छोटके नाती खेलाईत उनिका बढ़िया , दयित उनिका टॉफी होत आनन्दित जीवन ,होत आनंद बहार खुशियों से भरा रहत ,घरु अउ मुहार अरे गप्पहवा! कल्लू का भूतन का डर दिखावा जाय चलो रे लड़िकावव, कल्लू से मजा ल्यावा जाय कल्लू! कनहा से रवा,मैदा अउ रिफाइंडो मंगाईस कल्लू तुमका ............बुलाईस मुराईक बाग स, गरी, छुहारा,मुनक्का  अउ खोयो मगाईस कल्लू तुमका ...........बुलाईस अपने हाँथन से बढ़िया गुझिया बनाईस कल्लू तुमका.......... बुलाईस पापड़ तलाईस, चबाईनो बनाईस बादी मा अपने लड़िकवन का बुलाईस बल्टी मगाईस,पानी भराईस गुलाब जल डारि के कसिके नहाईस हे हो कल्लू सुनो हो कल्लू तुमका पुरवा के पुरिबूनिवा बुलाईस ☺☺☺☺☺ 😡😡😡😡😡😡 रुको! तुम्हरी अम्मा का......... तुम्हरी दिद्दा क...

का हो पाकिस्तान

💐राजौली मेरा गाँव💐 "का हो पाकिस्तान " का हो पाकिस्तान! तुम्हाय समझ मा ना आयी तुमका चाहे जितना लतियायी शब्दन से कितनाव  लज्जियायी तुम्हाय कुटिल बुद्धि कबाव सही ना होइ पायी का हो  पाकिस्तान ! तुम्हाय समझ मा ना आयी का यादी हवय तुमका ! पहले रहेन हम भाई -भाई अंग्रेजन से करेन रहे लड़ाई सोंचा गवा रहे, मिलके बढ़िया रहा जायी अच्छा निर्माण भारत का करा जायी लेकिन अंग्रेज रहै बिलकुल शातिर कुछ लोगन के दिमाग से खेलिन हिन्दू मुस्लिम मा कसिके जहर घोलिन उनकै चतुरायी जनता समझ न पायी का हो पाकिस्तान ! तुम्हाय समझ मा न आयी तुम अपने लोगन मा, दुश्मनी का बीज भरेयो 1947-48 मा लड़ाई करेयो नहीं जितेव हमाय वीरन से भागी गायो पतली रास्ता से, भारत से जान बचायी का हो पाकिस्तान तुम्हाय समझ मा न आयी आयो चीन के भडकाय मा फिर लड्यो 1965 मा  फिरिव न जितेव हम से , खली मासूमन के जान खायो विश्व के नजरन मा आपन मान घटायो विश्व देखिस तुम्हाय मुर्खतियायी का हो पाकिस्तान! तुम्हाय समझ मा न आयी 1971 मा पूर्वी पाकिस्तान मा करेयो चढाई हुऑ की जनता , भागी के हमरे भारत मा आयी फि...

"पतंग उड़ावा जाय"

🌹राजौली मेरा गाँव🌹 चलो चली पतंग उड़ावा जाय अश्शु आव, अख्खु आव बुन्दा आव, अनुप्पु आव सब लड़िकन का लइके आव उसरवा मा सब जावा जाय चलो चली पतंग उड़ावा जाय वह ट्वाला के तो आइहैं ना संगै पतंग उड़ईहैं ना अपनी अम्मा के नज़रन से, कबौ उई दुरी होइहैं ना अरे! मुक्के का फिर बुलावा जाय चलो चली पतंग उड़ावा जाय अउ हो गुरु !कहाँ रहेयो काफी दिन से नहीं दिखेयो सुना है नइकी गाड़ी लिहेयो छ् वाडव यार, दुकान से मंझा लावा जाय चलो चली पतंग उड़ावा जाय उसरवा मा काफी हवा बह रही हमरे हल्का ठंडी लग रही पतंग मा कन्ना बांधा जाय चलो चली पतंग उड़ावा जाय  मुक्के से थोड़ा मंझा लइल्यो हमरे मा कन्नी पहिले दइदेयो हथवा आपन ऊपर कयील्यो आपस मा पतंग कटावा जाय चलो चली पतंग उड़ावा जाय देखु यार कइसे! सर- सर-सर- सर सरसरा रही है फर-फर-फर-फर फरफरा रही है मनवा क हमरे लुभा रही है भविष्य मा इनकी तरह, घर का मान बढ़ावा जय चलो चली पतंग उड़ावा जाय

"आईसी की ताईसी"

💐रजौली मेरा गाँव💐 सम्बोधन- दूसरे ट् वाला वाला आधुनिक सफेदवा नेता बहुत किया सम्मान तुम्हारी आईसी की ताईसी 😡😡😡😡😡😡😡😡😡 बंद करो भ्रष्टाचार तुम्हारी आईसी की ताईसी अब द् याखाव तुम हमार कमाल तुम्हारी आईसी की ताईसी बहुत किया सम्मान तुम्हारी आईसी की ताईसी 😡😡😡😡😡😡😡😡😡 लोगवन का भिडायो कोहनी, हथवा टुरायो कोट कचहरी पहुँचा के धन से हीन बनायो तुमका हम अब न छ् वाडाब भागो तुम चाहे जाईसी बहूत किया सम्मान तुम्हारी आईसी की ताईसी 😡😡😡😡😡😡🤬😡😡😡😡😡😡 कनपटिया मा बन्दूक लगाई के मासुमान का डरायो काला चिट्टा के साबुत रहा जेहिके पास वहिके मोबाईल, पाईसा छिनायो तुमका याद करी रजौली के आवै वाली पिढ़ी कहेस की तुम्हाये चरित्र का बनाइबे ब्वादाम मा सनी, सुवरी भैंईसी बहुत किया सम्मान तुम्हारी आईसी की ताईसी 😡😡😡😡😡😡😡😡😡😡😡 बंद करो भ्रष्टाचार तुम्हारी ............ बहुत किया सम्मान तुम्हारी.......... 😊😊😊😊😊

गर पास आ जाते

❤वन्दु वन्दु गर पास आ जाते, दारिया के किनारे पत्थर  पे बैठ के उनकी लहरो में खो जाते वन्दु गर पास आ जाते वन्दु गर पास आ जाते खुले आसमान के नीचे शाम के समय हरी घास पे बैठ कर प्यार के गीत गाते वन्दु गर पास आ जाते वन्दु गर पास आ जाते फूलों के बाग में चमेली के नीचे भवरों को देख कर उनको अपनी दिल की बात बताते वन्दु गर पास आ जाते वन्दु गर पास आ जाते पहाड़ो के उपर ठंडी हवाओं में एक दूसरे में खो जाते वन्दु गर पास आ जाते वन्दु गर पास आ जाते लखनऊ के भूल भुलैया में कुछ पल के लिए इस जहाँ को भूल जाते वन्दु गर पास आ जाते वन्दु गर पास आ जाते दिल्ली के लाल किले पर कबूतरों के साथ जिंदगी के कुछ पल बिताते वन्दु  गर पास आ जाते वन्दु  गर पास आ जाते मुम्बई के ताज होटल में बैठ के बर्गर और पिज्जा खाते वन्दु गर पास आ जाते

"सगरो व्याप्त है भ्रष्टाचार"

💐राजौली मेरा गाँव💐 भ्रष्टाचार भाई भ्रष्टाचार सगरो व्याप्त है भ्रष्टाचार बप्पा हमाय डलमऊवा गें, अपना का इंसाफ मांगैक खातिर थाना मा रपट लिखवावैक खातिर पुलिसवा कहिस, दियो हजार रुपिया, तब लगाइब धारा चार भ्रष्टाचार भाईभ्रष्टाचार सगरो व्याप्त है भ्रष्टाचार फिर गें सरकारी हॉस्पिटलवा मा, आपन इलाज करवावैक खातिर हथवा मा पट्टी बांधवावैक खातिर कम्पाउंडरवा कहिस, दियो हजार रूपया, तब कराईब  तुम्हाय अच्छा इलाज भ्रष्टाचार भाई भ्रष्टाचार सगरो व्याप्त है भ्रष्टाचार गें तहसील लालगंज मा, बही खाता निकरवावैक खातिर क्रेडिट कार्ड बनवावैक खातिर अधिकारिवा कहिस दियो हजार रूपया, तब बनाइब तुम्हार किसान क्रेडिट कार्ड भ्रष्टाचार भाई भ्रष्टाचार सगरो व्याप्त है भ्रष्टाचार कहत संदीप, सुनो जांवारी के लोगो ई लोग कबौ ना सीख पाइहैं, मानवता अउ शिष्टाचार भ्रष्टाचार भाई भ्रष्टाचार सगरो व्याप्त है भ्रष्टाचार

रतिया मा देखेंन एगो सपनवा

💐 राजौली मेरा गाँव 💐 ललजीयाइन अम्मा तुमका ललजीयाइन गरियावती रही उसरवा मा निकलेन हम गुमै भैंसीया के लंगड़वा का ढुढै रस्ता मा सामने मोरे बिलरिवा एक दूसरे का गुरै उई आपस मा पंजा लडाउति रही अम्मा तुमका ललजीयाइन गरियावती रही  फिर , आगे हम जाय लागेन फिल्मी गाना गाए लगेन टाफियां निकाली के खाये लगेन कुछ टाफियां हमरी जेबवा से गिरी गयी आगे हमका ललजीयाइन मिली गयीं हूं हला .. कहीन सूनु संदीपवा हमरी बतिया ख्यात मा आये यह कहिके  पड़िया जेहिका रंग है बिलकुल करिया खेदिया तईं चांदे के तलिया आगे  पुरवा की बिटीवा भेंडीया  के लैरवा खेलौती रही अम्मा तुमका ललजियाइन गरियावती रही  खेदि के जब हम पाडिया आयेन बहुतै तेज पियासे भैन नलवा मा जाय के पानी पीया तब राहत की सांसे लीया  हूं   हला ..... उई मेड़वा मा बइठे पल्ली की  बोरिया बनउति रही  अम्मा तुमका ललजीयाइन गरियावती रही हूं हला अम्मा उई.. हमाय न रहे पर बप्पा के साथ जउन भा, वाहै घटना सुनावै लागी बीती बतिया बतावै लगी सहानुभूति जातावै लागी उनकी बतिया द्ध...

बनरेसुरन का मेला

अम्मा!  हम वनरे सुरन का मेला द् याखै जइबे अम्मा हुआ! पंडित पहिले आवत है बाजा आपन बजावत है भगवानन के अच्छे गाना सबका खूब सुनावत है अम्मा हुआ सुबेरे गाँव की मेहरिया अउति है पूजा की थाली लउती है मंदिरवा मा फ़ूल चढ़ाउती  है दुईल, चावाल अउर लड्डू हम लाईकवन का खूब खिलाउती है अम्मा! दुई लड्डू तुम्हरो खातिर लइबै अम्मा हम वनरे सुरन का मेला द् याखै जइबे अम्मा! गर नहीं भेजीन बप्पा  भट्ठन से पाईसा  तो का भा पाईसन के बेवस्था बना ल्याबै बच्चा के अफरे मा जाय के, धनवा के पेराउसा ओसा ल्याबै अशिस्वा के हाथे बेचवा ल्याबै गर चलीगा पता बच्चा का हम उनका सही बता द् याबै अम्मा! अकेले नहीं बीनू अउर परदीप का, साथै लइके जइबे अम्मा ! हम वनरे सुरन का मेला द् या खै जइबे अम्मा हुवा! खिलौना मिलत बिछौना मिलत मिलत सिंदूर अउर लाली मेला द् या खै आवैं दूर दूर कै नारी अम्मा हुवा! जलेबी बनैं, समोसा बनैं पकौड़ी बनैं अउर बनैं टिकियां बइठे बइठे मजे मा खांए उई पुरवाँ की बिटियां अम्मा! चाऊमीन हमहुँ बनवाईंबे अम्मा! हम वनरेसुरन का मेला द् याखै जइबे अम्मा हु...